जाली करेंसी का रैकेट
नेपाल बना खतरे की घंटी
· आईएसआई ने रणनीति में किया फेरबदल
· भारत-पाक सीमा से नोट भेजने में आई कमी
· नेपाल के रास्ते गोरखधंधे में आई काफी तेजी
कोई नई बात नहीं है कि पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई भारतीय अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने पर तुली है। यह काम भारत में नकली नोटों की खेप भेजकर काफी अर्से से
किया जा रहा है। लेकिन अब आईएसआई ने अपनी रणनीति में फेरबदल कर लिया है। नई योजना के तहत भारत-पाक सीमा से जाली नोट भेजने की गति धीमी कर दी गई है। वहीं नेपाल के रास्ते इस गोरखधंधे में काफी तेजी आई है।
हाल ही में दिल्ली पुलिस के हत्थे चढे़ तीन एजेंटों ने भी खुलासा किया है कि आईएसआई का एक एजेंट नेपाल में बैठकर नकली नोट भारत भेज रहा है। पुलिस की एक टीम मामले की पड़ताल भी कर रही है। दरअसल, शुरुआत में नकली नोटों के गोरखधंधे के लिए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे बडे़ शहर ही मुफीद माने जाते थे । लेकिन , अब यह अवैध कारोबार छोटे शहरों से लेकर गांवों तक फैल गया है ।
आईएसआई की इस नई रणनीति को लेकर भारतीय खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट हो गई है । और तमाम राज्यों की पुलिस से व्यौरा एकत्र कर रही है। ताकि, नेपाल में बैठे सरगना को दबोचा जा सके । दिल्ली पुलिस प्रवक्ता राजन भगत का कहना है कि इंटरनेशनल रैकेट को तार-तार करने के लिए पुलिस समेत भारतीय खुफिया एजेंसियां केंद्रीय वित्त और विदेश मंत्रालय के संपर्क में है । नेपाल में बैठे आईएसआई के एजेंटों की गिरफ्तारी के लिए शिकंजा कसा जा रहा है । साथ ही इंटरपोल भी पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटा है ।
Monday, February 23, 2009
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